मुझे यकीन है अपने लफ्जो के हुनर पर,कि लोग मेरा चेहरा भूला सकते है पर बाते नही |
*एक बार ही बहकती हैं ये नज़रें , किसी को देखकर* *ये,इश्क़ है , साहब ये सौ बार नहीं होता ,*
*छोटे शहर के अखबार* *जैसा हूँ मैं जनाब...* *दिल से लिखता हूँ.* *इसलिए कम बिकता हूँ...!!*
ज़िन्दगी के अपने अलग ही असूल हैं, खातिर यार के तोह कांटे भी कबूल हैं, चल दू मै हस कर कांच के टुकड़ो पर भी, अगर यार कहे यह मेरे बिछाये हुए फूल हैं.
👑जुबां कड़वी सही पर दिल साफ़ रखता हूँ …. कौन , कब , कहाँ बदल गया सब का हिसाब रखता हूँ😎
लोग कुछ भी कहे, हम वही करेंगे जो हमे अच्छा लगे....क्योंकी वो_वो है और हम_हम है..
अहमियत हैसियत को मिलती है, और हम हैं कि जज्बात लिए फिरते हैं।!!!! काश ये मौहब्बत भी....तलाक सी होती.... तेरे हैं...तेरे हैं...तेरे हैं....कहकर तेरे हो जाते....
❛हर किसी बात का जवाब नहीं होता हर जाम इश्क में ख़राब नहीं होता यूँ तो झूम लेते है नशे में रहने वाले मगर हर नशे का नाम शराब नहीं होता❜
*नशे में आने दे ऐ वक्त...!!!* *होश में रहकर तेरे सब जवाब नहीं दे सकता...!!!*
तेरे मासूम चहरे पर, अदा अच्छी लगती है। जिस घडी तु हंस दे, वो दुआ सच्ची लगती है।। तेरी आँखों में काजल, इक लकीर सी बनाता है। समंदर पर, ये नक्काशी अच्छी लगती है।।
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