शुक्रवार, 29 मार्च 2019

shubh din shubh ratri shayari *ज़ुल्फों को उंगलियों से किनारे

shayari *ज़ुल्फों को उंगलियों से किनारे
shayari *ज़ुल्फों को उंगलियों से किनारे
*ज़ुल्फों को उंगलियों से किनारे किया ना कर* *दिल मेरा आवारा है इसे और बिगाड़ा ना कर।*

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*मोहल्ले की मोह्ब्बत का भी
shayari *मोहल्ले की मोह्ब्बत का भी
*मोहल्ले की मोह्ब्बत का भी अजीब फ़साना है,* *चार घर की दूरी और बीच मे सारा जमाना है।*

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इश्क़ की चाकरी मिलती नहीं
shayari इश्क़ की चाकरी मिलती नहीं
इश्क़ की चाकरी मिलती नहीं खैरात में....... फकीरी और फितरत सूफियाना चाहिए ।।

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*वक्त-वक्त की बात है ...*
shayari *वक्त-वक्त की बात है ...*
*वक्त-वक्त की बात है ...* *कल सुबह जो रंग थे,* *आज वो दाग हो गये हैं।*

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एक खून के रंग ने
shayari एक खून के रंग ने
एक खून के रंग ने रंग नहीं बदला वर्ना सारे रिश्ते जहां के बेरंग हो गए

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छू जाते हो कितनी दफा
shayari छू जाते हो कितनी दफा
छू जाते हो कितनी दफा तुम ख्वाब बनकर, कौन कहता है दूर रहकर मुलाकात नही होती।

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तोड़ा कुछ इस अदा से
shayari तोड़ा कुछ इस अदा से
तोड़ा कुछ इस अदा से तालुक़ उस ने ग़ालिब के सारी उम्र अपना क़सूर ढूँढ़ते रहे

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ज़माना खिलाफ हो तो क्या
shayari ज़माना खिलाफ हो तो क्या
ज़माना खिलाफ हो तो क्या फ़र्क पड़ता है हम तो ज़िंदगी आज भी अपने अंदाज़ में जीते हैं .....

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कुछ लोगों की मोहब्बत भी
shayari कुछ लोगों की मोहब्बत भी
कुछ लोगों की मोहब्बत भी सरकारी होती हैं, ना तो फ़ाइल आगे बड़ती हैं, ना ही मामला बंद होता हैं..

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सबको फिक्र है, खुद को
shayari सबको फिक्र है, खुद को
सबको फिक्र है, खुद को सही साबित करने की, जैसे ये जिँदगी, जिँदगी नही, कोई इल्जाम है....‼️🤔

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