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shayari *ज़ुल्फों को उंगलियों से किनारे |
*ज़ुल्फों को उंगलियों से किनारे किया ना कर*
*दिल मेरा आवारा है इसे और बिगाड़ा ना कर।*
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shayari *मोहल्ले की मोह्ब्बत का भी |
*मोहल्ले की मोह्ब्बत का भी अजीब फ़साना है,*
*चार घर की दूरी और बीच मे सारा जमाना है।*
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shayari इश्क़ की चाकरी मिलती नहीं |
इश्क़ की चाकरी मिलती नहीं खैरात में.......
फकीरी और फितरत सूफियाना चाहिए ।।
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shayari *वक्त-वक्त की बात है ...* |
*वक्त-वक्त की बात है ...*
*कल सुबह जो रंग थे,*
*आज वो दाग हो गये हैं।*
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shayari एक खून के रंग ने |
एक खून के रंग ने रंग नहीं बदला
वर्ना सारे रिश्ते जहां के बेरंग हो गए
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shayari छू जाते हो कितनी दफा |
छू जाते हो कितनी दफा तुम ख्वाब बनकर,
कौन कहता है दूर रहकर मुलाकात नही होती।
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shayari तोड़ा कुछ इस अदा से |
तोड़ा कुछ इस अदा से तालुक़ उस ने ग़ालिब
के सारी उम्र अपना क़सूर ढूँढ़ते रहे
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shayari ज़माना खिलाफ हो तो क्या |
ज़माना खिलाफ हो तो क्या फ़र्क पड़ता है
हम तो ज़िंदगी
आज भी अपने अंदाज़ में जीते हैं .....
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shayari कुछ लोगों की मोहब्बत भी |
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